भारती सरकार की हज नीति 2025 के तहत, इस साल हज के लिए पंजीकरण शुरू हो चुका है। हज कमेटी ऑफ इंडिया ने नए नियम और शरतों का ऐलान किया है, जो ख्वातीन और मुसाफिरों के लिए जरूरी है। इस नीति के तहत, बिना महरम के ख़्वातीन को ग्रुप में सफ़र करने की इजाज़त दी गई है। हज 2025 से जुड़े सभी अपडेट और खबरें इस पेज पर दी जाएंगी।
Hajj Kya Hai? हज क्या है?
हज मुसलमानों की एक तीर्थ यात्रा है जो कि इस्लाम की 5 बुनियाद में से एक है। मुसलमानों में जो भी हज करने की सहूलियत रखता है उस पर हज करना फर्ज है।जो इंसान हज के लिए जाता है उस हाजी के नाम से जाना जाता है।हज बकरीद से पहले कर जाता है।
इंडियन गवर्मेंट हज पॉलिसी क्या है
सरकार द्वारा भारतीय हज समिति (जिसे केंद्रीय हज समिति (CHC)के नाम से भी जाना जाता है)भारत सरकार का एक वैधानिक निकाय हैजो सऊदी अरब इस्लामिक तीर्थ यात्रा का आयोजन करता है।
Hajj Policy 2025 Ke Naye Rules: हज पॉलिसी 2025 के नए रूल
- पिछले हज: अगर किसी ने पहले से हज कमेटी ऑफ इंडिया के जरिए हज किया है, तो वो दुबारा हज नहीं कर सकते।
- ग्रुप साइज: एक ग्रुप में 5 लोग होंगे।
- 5 बड़े और 2 बच्चे (2 साल से कम उम्र के) होते हैं।
2 साल या इससे ज़्यादा के बच्चों को बड़े में काउंट किया जाएगा और उनका पूरा किराया लिया जाएगा।
2 साल से कम उम्र वाले बच्चों का सिर्फ 10% किराया लिया जाएगा। - कमरा व्यवस्था: हज यात्रा पर जाने वाले पति-पत्नी एक ही कमरे में नहीं रह सकते।
- सऊदी अरब की सरकार ने पुरुष और महिला को एक ही कमरे में रुकने पर रोक लगा दी है।
- ग्रुप फॉर्मेशन: इस बार, हज यात्रियों का ग्रुप जिला के हिसाब से बनाया जाएगा, राज्य के हिसाब से नहीं।
- स्टे अरेंजमेंट: हज यात्रियों के लिए अलग रुकने की व्यवस्था की जाएगी।
- उम्र सीमा: 65 साल या उससे ज़्यादा उम्र के लोगों को अपने साथ एक मददगार लाना होगा, चाहे उन्होंने पहले हज किया हो या नहीं।
- वॉकिंग रिक्वायरमेंट: हज पर जाने वाले लोगों को कम से कम 25 किमी तक चलना पड़ेगा।
- हेल्पर उम्र सीमा: मददगार की उम्र 18 से 60 साल के बीच होनी चाहिए।
- महिलाएं बिना महرم: अगर कोई औरत बिना महرم के आती है और उसकी उम्र 65 या उससे ज़्यादा है, तो उन्हें 45 से 60 साल के बीच का मददगार लाना होगा।
- जानकारी की सटीकता: अगर आप कोई गलत जानकारी देते हैं, तो आपका एप्लिकेशन रिजेक्ट हो सकता है और आपका पैसा होल्ड किया जा सकता है।
Hajj Ke Liye Avedan Kaise Karein: हज के लिए आवेदन कैसे करे
हज का इरादा रखने वाले लोग हज की लिए आवेदन ऑनलाइन करते है।अलगले साल 2025 में हज का इरादा करने वाले लोगों के लिए आवेदन पत्र आ गया है।लेकिन उसकी आखिरी तारीख 9 सितंबर 2024 दी गई है।
हज के आवेदन के लिए जरूरी कागजात
- पासपोर्ट साइज की एक फोटो जिसका बैकग्राउंड वाइट होना चाहिए और रंगीन फोटो होना चाहिए
- पासपोर्ट जो 31 जनवरी 2026 तक वैलिड हो और कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट कवर हेड का बैंक का पासबुक ,पैनकार्ड, ब्लड ग्रुप, आधारकार्ड ।
हज कवर नंबर
हज यात्रा के कवर नंबर ,एक अद्वितीय नंबर होता है जो कंप्यूटर जनरेट करता है। यह नंबर राज्य या केंद्र शासित प्रदेश की हज समितिया ,हज यात्रियों के देता और दस्तावेजो के सत्यापन के बाद ।HPMC सॉफ्टवेयर से प्राप्त करती है।कवर नंबर ,कुर्राह या लॉट के ड्रा समेत हज की आगे की प्रक्रिया में मदद करता है।हज कवर नंबर के अंदर मैक्सिमम 5 बड़े और 2 बच्चे आ सकते है बच्चे की उमर 2 साल से कम होनी चाहिए। अगर 2 साल से ज्यादा है तो उसके ज्यादा पैसे लगेगे।कवर में बड़े लोगो में 5 से ज्यादा नहीं जा सकते।
Sarkari Madad Aur Suhulatain (Hajj): सरकारी मदद और सुविधाएं
सऊदी हुकूमत ने लोगो के लिए ठहरने के लिए सुविधा दी है और पहले के अनुसार लोगो के ठहरने की सुविधा बदल दी गई है अब मर्द और औरत की ठहरने की वयवस्ता की गई है एक ही बिल्डिंग में अलग अलग की जाएगी।
भारत से जाने वाले सभी हज यात्रियों के लिए मक्का में भारत सरकार अजीजिया इमारतों में रुकने का इंतज़ामात करती थी लेकिन अब मदीने में क़रीब की बुल्डिंग में ठहरने का इंतज़ामात होता है।
Hajj Yatra Ka Naya Program: हज यात्रा का नया कार्यक्रम
65या उससे अधिक वाले लोग जो हज करने के ख्वाहिश मंद है अब वो हज के लिए अकेले नहीं जा सकते है ये नीति अल्पसंख्य मंत्रालय ने जारी की ये नीति।उनको अपने साथ किसी रिश्तेदार दोस्त या किसी मददगार को अपने साथ लेकर जाना होगा।अगर कोई पेसेंट साल का आदमी या उससे अधिक कोई होगा तो उससे अपने साथ कोई मददगार को लेकर जाना होगा बिना मददगार के उससे हज पॉलिसी के तरफ़ से जाने की अनुमति नहीं मिलेगी।मददगार अगर एक बार हज कर चुका है तब भी उससे जाने का मौका मिल सकता है लेकिन उससे कुछ चार्जिस देने होंगे। हज कॉमेनिटी के तरफ़ से जीवन में एक बार जाने की अनुमति मिलती है।
Musafir Ki Zimmedariyan: मुसाफिर की ज़िम्मेदारियाँ
सऊदी हुकूमत ने हज के दौरान मुसफ़िर की मदद के लिए भेजे जाने वाले खादिमुल हज्जाजे यानी हज सेवक के पदनाम को नई हज पॉलिसी में बदल दिया गया।हज सेवक को हज इस्पेक्टर के नाम से जाना जाता है।हज कमेटियों को अक्सर सिकायत मिलती थी की पदनाम हज सेवा होने की वजहा से हज यकियों कोइस बात का सक लगा रहता था की उनको नौकर बनाकर भेजा गया तमाम हज करने वाले यात्रियां अपना निजी कम करने को कहता थे और एसा ना करने पर सरकार में शिकायत करने की भी धमकिया भी देते थे नई हज पॉलिसी में उनके पदनाम में बदलाव में बदलाव कर उनको सम्मान दिया गया है।
आखिरी आवेदन तारीख
सभी हज यात्रियों को हज कमेटी ऑफ इंडिया की तरफ से अपनी जिंदगी में एक बार हज करने का मौका मिलता है है का आवेदन करने के लिए एक आवेदन पत्र को भरना होता है। आवेदन पत्र भरने का आखिरी तारीख 9 सितंबर 2024 तक ही है। इसके बाद हज आवेदन भरने का मौका नहीं रहेगा ।
Hajj Ke Liye Paatrta: Ahem Points: हज के लिए पात्रता: महत्वपूर्ण बिंदु
- वैध भारतीय अंतरराष्ट्रीय पासपोर्ट होना जरूरी है।
- पहले हज कर चुके लोगों को दोबारा अनुमति नही
- गलत जानकारी देने पर अयोग्यता और जमा राशि जब्त की जाएगी।
- गंभीर बीमारियों (कैंसर, हृदय, श्वसन आदि) से पीड़ित लोग अयोग्य।
- शरिया मेहरम के बिना महिलाओं को इजाजत नहीं, सिवाय कुछ मामलों के।
- गर्भवती महिलाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ान मानक लागू होंगे।
- विदेश यात्रा पर रोक का न्यायालय आदेश होने पर यात्रा की इजाजत नहीं है
- 18 वर्ष से कम उम्र वालों के लिए माता पिता की सहमति जरूरी है।
Khawateen Ka Bina Mahram Ke Safar Karna: खवातीन का बिना महरम के सफर करना
दीने में खवातीन को अकेले हज करने की इजाज़त नहीं है। अगर उन्हें हज करना है तो उनके साथ किसी महरम का होना ज़रूरी है। बिना महरम के औरत को हज करने की इजाज़त नहीं है, लेकिन हुकूमत के मुताबिक 45 साल या इससे ज़्यादा उम्र की खवातीन, जो हज के लिए जाना चाहती हैं और उनके साथ कोई मर्द महरम नहीं है, अगर उनका मजहब इसकी इजाज़त देता है तो वो 4 या इससे ज़्यादा खवातीन के ग्रुप में सफर कर सकती हैं।
सऊदी अरब की शिरअत के मुताबिक, अकेले खवातीन भी दर्ख्वास्त दे सकती हैं और हज कमेटी ऑफ इंडिया उनके लिए एक ग्रुप बना सकती है। जेद्दाह में वाक़िअ भारतीय कौंसुलेट अकेले खवातीन के लिए अलग रिहाईश का इंतज़ाम भी करेगा।
65 साल या इससे ज़्यादा उम्र के दूसरे हज मुसाफिरों और LWM (खवातीन बिना महरम) मुसाफिरों के दरमियान मसावत लाने के लिए, और हज सफर की सख्त फ़ितरत को मद्देनज़र रखते हुए ये फैसला किया गया है कि 65 साल या इससे ज़्यादा उम्र की LWM मुसाफिरों के साथ 45 से 60 साल की खवातीन साथी ज़रूरी होगी।
कोई भी 65 साल या इससे ज़्यादा उम्र की LWM मुसाफिर अकेले रजिस्टर नहीं की जाएगी। इसके अलावा, 65 साल या इससे ज़्यादा उम्र के मुसाफिरों पर लागू होने वाली शिरअत LWM मुसाफिरों पर भी लागू होंगी।
हज और कुर्बानी: हाजी पर वाजिब शर्ते
जो लोग हज करने जाते हैं, उन पर कुर्बानी वाजिब होती है। कुछ लोग हराम में ही कुर्बानी दे देते हैं, लेकिन ये याद रहे कि अगर किसी से गलती हो जाए, तो वो हराम में या बांध सुकर में देते हैं। ये कुर्बानी हज के लिए होती है, जबके बकरा ईद की कुर्बानी अलग होती है।
कुर्बानी के लिए दो शरटेन हैं। अगर दोनों में से कोई एक भी शर्त नहीं होती, तो हाजी पर कुर्बानी वाजिब नहीं होती। पहली शर्त ये है के हाजी सहाबे निस्ब हो, यानी उन की माल-ओ-दौलत का निस्ब पूरा हो। दूसरा शर्त ये है कि वो मुसाफिर ना हो. अगर ये दोनों शुरू पूरी होती हैं, तो हाजी पर कुर्बानी वाजिब होती है।
कुर्बानी सिर्फ अल्लाह की रजा हासिल करने और अपने माली हाल का इजहार करने का तरीका है। इस से हाजी की इबादत में ख़ुश और ख़ुज़ू का इज़ाफ़ा होता है। हाजी को चाहिए के वो इबादत को समझकर, उसके मकसद और अहमियत को जान कर अदा करे, ताके वो इस से ज़्यादा फ़ायदा हासिल कर सके।
हज यात्रियों द्वारा भुगतान
जो हज यात्री अस्थायी रूप से चुने गए हैं, उन्हें एक खास बैंक संख्या मिलेगी। इस संख्या का इस्तेमाल हज की अग्रिम और बाकी राशि भारतीय स्टेट बैंक में जमा करते समय जरूरी होगा।
कुर्रा (लॉटरी) के सिद्धांत
राज्य/संघ क्षेत्र में सीटों की पुष्टि के लिए प्राथमिकता इस तरह है:
- कैटिगरी-1: 65 साल या उससे अधिक उम्र के लोग (LWM शामिल)।
- कैटिगरी 2: 65 साल से कम उम्र की बिना मेहरम महिलाएं।
- कैटिगरी-3: सामान्य कैटिगरी।
(a) कैटिगरी1 के आवेदन ज्यादा हैं, तो उनकी लॉटरी राज्य/संघ क्षेत्र के अनुसार होगी। इन्हें सीटों के लिए पहले प्राथमिकता मिलेगी, और एक प्रतीक्षा सूची बनेगी।
(b) कैटिगरी-2 को दूसरी प्राथमिकता मिलेगी। अगर कैटिगरी 1 के बाद बची सीटें कैटिगरी-2 के आवेदन से कम हैं, तो उनकी लॉटरी भी राज्य/संघ क्षेत्र के अनुसार होगी और एक अलग प्रतीक्षा सूची बनेगी।
(c) जब कैटिगरी-1 और श्रेणी-2 के आवेदन पूरे हो जाएंगे, तो बची सीटों के लिए सामान्य कैटिगरी के आवेदकों के लिए लॉटरी होगी। इसके लिए एक सामान्य प्रतीक्षा सूची (GWL) बनाई जाएगी।
(d) तीन प्रतीक्षा सूचियों में, कैटिगरी 1 WL के आवेदकों को पहले पुष्टि मिलेगी, फिर कैटिगरी 2 WL को और अंत में GWL को।
Hajj 2025 Aham Sawalat Aur Unke Jawab: हज 2025 अहम सवाल और उनके जवाब
1. Hajj 2025 के लिए नई Indian Government Policy क्या है?
Indian Government ने Hajj 2025 के लिए कुछ नई policies और regulations implement किए हैं, जिनमें quota allocation, age restrictions, और vaccination requirements शामिल हैं। इस policy का मकसद Hajj journey को safe और organized बनाना है। Government हर साल Saudi Arabia के साथ coordination करती है ताकि Indian pilgrims का experience आसान और smooth हो सके।
2. Hajj 2025 के लिए कैसे apply किया जा सकता है?
Hajj 2025 के लिए Indian Government के official Hajj portal पर online application process शुरू होती है। Applicant को अपना passport, vaccination certificate, और medical fitness report submit करना होता है। इसके अलावा, local Hajj committees भी मदद करती हैं documents verify करने में। Application का procedure government के rules के मुताबिक चलाया जाता है।
3. क्या Hajj 2025 के लिए age restrictions हैं?
हाँ, Hajj 2025 के लिए कुछ age restrictions implement की गई हैं। 18 से 65 साल के individuals ही Hajj के लिए eligible हैं। ये restrictions Saudi Arabia और Indian Government के health और safety protocols के मुताबिक लगाई गई हैं, ताकि ज्यादा बुज़ुर्ग लोगों को medical issues से बचाया जा सके।
4. Hajj 2025 के लिए क्या vaccination required है?
Hajj 2025 के लिए कुछ specific vaccinations ज़रूरी हैं, जैसे कि Covid-19 और Meningitis की vaccines। Indian Government ने Saudi Arabia के health regulations को मद्देनज़र रखते हुए ये vaccines compulsory की हैं, ताकि pilgrimage के दौरान health risks को कम किया जा सके। Vaccine certificate application के साथ submit करना होगा।
5. Hajj 2025 के लिए government subsidy मिलती है?
Government subsidy का system Hajj 2025 के लिए reconsider किया गया है। पिछले कुछ सालों में subsidy को gradually reduce किया गया है, लेकिन कुछ financial assistance schemes अब भी मौजूद हैं। Government का focus अब self-financed Hajj journeys पर है, लेकिन local Hajj committees कुछ support offer करती हैं।
6. Quota system Hajj 2025 में कैसे काम करेगा?
Hajj 2025 के लिए Indian Government quota system follow करती है, जिसमें हर state को उनके Muslim population के मुताबिक Hajj slots allocate किए जाते हैं। इसके अलावा, Saudi Government भी total quota decide करती है जो हर मुल्क के लिए fix होता है। पहले आओ पहले पाओ का system होता है, इसलिए जल्दी apply करना ज़रूरी होता है।
7. क्या Hajj 2025 में महिलाओं के लिए कुछ खास policies हैं?
जी हाँ, महिलाओं के लिए Hajj 2025 में कुछ खास policies हैं। अब 45 साल से ऊपर की औरतें बिना महरम के Hajj कर सकती हैं, अगर उनका एक group हो। ये policy उन महिलाओं के लिए मददगार है जो बिना महरम के Hajj करना चाहती हैं, और Saudi और Indian government ने इस पर relaxations दी हैं।
8. Hajj 2025 के लिए कौनसे documents required हैं?
Hajj 2025 के लिए ज़रूरी documents में valid passport, recent passport-sized photos, vaccination certificates, और medical fitness report शामिल हैं। इसके अलावा, state Hajj committees को कुछ extra documents की ज़रूरत पड़ सकती है, जैसे कि address proof और identity verification के लिए। सब documents सही तरीके से verify कराना ज़रूरी होता है।
9. Hajj 2025 का सफर कितने दिन का होगा?
Hajj 2025 का सफर typically 30 से 40 दिन का होता है, जो Hajj के مناسك और Saudi stay पर आधारित है। सफर के दौरान transportation और accommodation के arrangements Indian Government और Saudi Government के coordination से किए जाते हैं, ताकि pilgrims को किसी भी मुश्किल का सामना न हो।
10. Hajj 2025 के लिए क्या Hajj Committee की मदद available है?
जी हाँ, Hajj Committee of India Hajj 2025 के लिए मदद provide करती है, जो online application, documents submission, और travel arrangements में मदद करती है। Hajj Committee के regional offices भी हैं जो state-level पर applicants को guide करते हैं। आप उनसे किसी भी सवाल के लिए contact कर सकते हैं।
I attained the title of Hafiz-e-Quran from Jamia Rahmania Bashir Hat, West Bengal. Building on this, in 2024, I earned the degree of Moulana from Jamia Islamia Arabia, Amruha, U.P. These qualifications signify my expertise in Quranic memorization and Islamic studies, reflecting years of dedication and learning.